Monday, May 9, 2011

आप्त वचन

किस्मत, बलात्कार की तरह अयाचित होती है। आप इससे जूझिए या फिर इसका आनंद लेना सीख लीजिए।

एक बच्चे का जन्म आपको अभिभावक बनाता है तो दूसरे बच्चे का रेफरी।

पद और पोजिशन, ग्रुप सेक्स की तरह होता है। आपके पीछे 10 लोग आपकी जगह लेने को तैयार खड़े रहते हैं।

विवाह ऐसा संबंध हैं, जिसमें एक व्यक्ति हमेशा सही होता है और दूसरा पति होता है।

शिक्षा, वेश्या की तरह होती है। यह पैसा और कड़ी मेहनत दोनों मांगती है।

आप प्यार खरीद नहीं सकते, फिर भी आपको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ती है।

सफलता, गर्भ धारण जैसी होती है। आपको सभी बधाई देते हैं लेकिन यह कोई नहीं पूछता कि इसके लिए आप कितने लुटे- पिटे।

वैवाहिक जीवन में पति और पत्नी दोनों को समझौता करना पड़ता है, पति को हमेशा मानना पड़ता है कि वह गलत है और पत्नी को हमेशा पति की इस बात पर हां कहना पड़ता है।

भाषा को सारी दुनिया में मातृभाषा कहा जाता है, इसका मतलब पूरी दुनिया में पिता को कभी बोलने का मौका नहीं मिलता।

इसीलिए बाबा इलाहाबादी कहते हैं कि मानव जीवन सर्वाधिक मादक और उत्तेजक होता है।

1 comment:

ankur srivastava said...

क्या बात है भटनागर जी ...आपने तो जीवन को देखने का एक नया ही नज़रिया दे दिया है